Thursday, March 2, 2023

Knowledge City

 एक नॉलेज सिटी, जिसे स्मार्ट सिटी या इनोवेशन सिटी के रूप में भी जाना जाता है, एक ऐसा शहर है जो ज्ञान-आधारित प्रतिबद्धताओं और तकनीक की पहचान पर बनाया गया है। एक नॉलेज सिटी को एक ऐसा वातावरण प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देता है, और इसका उद्देश्य उन रोजगार और व्यक्तियों को आकर्षित करना है जो ज्ञान-आधारित उद्योग में मौजूद विशाल अनुपात और संभावनाओं का दोहन करना चाहते हैं हैं।

नॉलेज सिटी का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू इसके नौकरीपेशा संस्थान हैं। एक नॉलेज सिटी में आमतौर पर शीर्ष स्तर के विश्वविद्यालयकॉलेज और शोध संस्थान होते हैं जो विभिन्न क्षेत्रों में प्रयास और प्रशिक्षण कार्यक्रम करते हैं। ये संस्थान कुशल और प्रतिभा व्यक्तियों की एक स्थिर धारा प्रदान करते हैं जो ज्ञान उद्योग की सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं।

नॉलेज सिटी के मुखिया की रूपरेखा इसकी एक रूपरेखा है। एक नॉलेज सिटी में आम तौर पर उन्नत परिवहन प्रणालियाँ होती हैंजैसे हाई-स्पीड ट्रेनबसें और टैक्सी। यह एक मजबूत दूरसंचार नेटवर्क भी है जो कनेक्शन और व्यक्तियों को हाई-स्पीड इंटरनेट ऐक्सेस प्रदान करता है। इसके अतिरिक्तएक नॉलेज सिटी में विशिष्ट अनुसंधान और विकास केंद्रसाथ ही प्रौद्योगिकी पार्क भी हो सकते हैंजो रोजगार और व्यक्तियों को पहल और संसाधन प्रदान करते हैं। नोलेज साइटे की प्रमुख विशिष्टताओं में से एक इसका बुनियादी ढांचा है। एक नोलेज साइटे में आमतौर पर उन्नत परिवाहन प्रणालियां होती हैंजैसी है-स्पीड ट्रेनबेसन और टेकसी। इसका एक मजबूत दूरसंचार नेटवर्क भी है जो व्यवसाय और व्यकितयों को है-गति इंट्रानेट एक्‍सेस प्रदान करता है। इसे अतिरिक्‍तएक नोलेज साइटे में विशिष्‍ट अनुसंधान और विकास केंद्रसाथ ही प्रौद्योगिकी पार्क भी हो सकते हैंजो व्‍यवसाय और व्‍यक्तियों को अत्‍याधुनिक सुविधाएं और संसाधन प्रदान करते हैं।

नोलेज साइटे का एक कोई भी महात्मा पूर्ण पहल इसे शिक्षा संस्थान हैं। एक नोलेज साइटे में आमतौर पर शीर्ष स्टार के विश्वविद्यालय, कॉलेज और शोध संस्थान होते हैं जो विभिन क्षेत्रों में अत्याधुनिक शोध और प्रशिक्षण कार्यक्रम पेश करते हैं। ये संस्थान कुशल और प्रतिभा व्यक्तित्व की एक स्थिर धारा प्रदान करते हैं जो ज्ञान आधार अर्थव्यस्था की सफलता के झूठ महत्त्वपूर्ण हैं।

ज्ञान के शहर में, दस्तावेज़ और लोगों को सहयोग करने और ज्ञान, संसाधनों और अंश को साझा करने के लिए बढ़ावा दिया जाता है। इस सहयोग को अक्सर सह-कार्यस्थ स्ल, व्यापार संबंधी क्यूबेटर और नेटवर्किंग इवेंट्स द्वारा सुविधा प्रदान की जाती है। सहयोग और नवोन्मेष को बढ़ावा देना, एक ज्ञान शहर एक आंदोलन और संगठित व्यवसाय का माहौल बनाने में सक्षम होता है जो दुनिया भर में अटकलों और व्यक्तियों को आकर्षित करता है।

अंततः, एक ज्ञानपूर्ण शहर को आर्थिक विकास को बढ़ावा देने 
और इसके निवासियों को अवसर पैदा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
 नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने वाला एक सहायक
और सहयोगी वातावरण प्रदान करके,
 एक ज्ञान शहर उन रोजगार और व्यक्तियों को आकर्षित करने में होता है
 जो ज्ञान-आधारित उद्योग में मौजूद विशाल अवसर और अवसर 
प्राप्त करना चाहते हैं।
आखिरीकार, एक ज्ञान शहर को आर्थिक विकास को बढ़ावा देने 
और इसके निवासियों
 के लिए अवसर पाया के झूठ का पता लगाया गया है। 

नवाचार और रचनाात्माकता

को प्रोत्साहित करने वाला एक सहयोग और सहयोग प्रदान करें, 
एक ज्ञान शहर उन व्यवसायों और व्यक्तियों को आकर्षित करने में सक्षम होता है
 जो ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था में मौजूद विशाल संस्थान और अवसरन का प्रयास उआतेह।

Tuesday, February 28, 2023

Vedanta Limited - Mining company । Stock Price । Down । वेदांता लिमिटेड ।

नोट: यहाँ दिए गए तालिका 28 फरवरी 2023 को 3:30 बजे भारतीय मानक समय को दर्शाता है।

Vedanta Limited - Mining company । Today stock price 
वेदांता लिमिटेड एक भारतीय खनन कंपनी है जो धातुओं के उत्पादन, विक्रय और वित्तीय सेवाएं प्रदान करती है। 
इस कंपनी के शेयरों की कीमत विनिमय बाजार में निरंतर बदलती रहती है। यहाँ हम वेदांता लिमिटेड के शेयरों की मूल्य विस्तार से देखेंगे।

वेदांता लिमिटेड के शेयरों का मूल्य आज 268.10 रुपये है, जो 19.25 रुपये (6.70%) कम है।
यह शेयरों के निवेशकों  के लिए एक बुरी खबर हो सकती है क्योंकि शेयरों की कीमत में इतनी तेजी से गिरावट कम आमदनी और निवेशकों के नुकसान का कारण बन सकती है।

शेयरों की कीमत के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमें शेयरों की दैनिक वृद्धि और गिरावट, उच्चतम और निम्नतम मूल्य जानने की आवश्यकता होती है।

आज के दिन वेदांता लिमिटेड के शेयरों का उच्चतम मूल्य 282.85 रुपये और निम्नतम मूल्य 261.95 रुपये है ।

वेदांता लिमिटेड के शेयरों के मूल्य में अप्रत्याशित गिरावट का कारण बाजार के सामान्य उतार-चढ़ाव और कंपनी के निवेशों में किए जा रहे बदलाव हो सकते हैं।
बाजार में वर्तमान में अस्थिरता देखी जा रही है जो कंपनियों की स्थिरता पर प्रभाव डाल सकती है।

इसके अलावा, वेदांता लिमिटेड के शेयरों के लिए पूंजीगत अर्जित करने की क्षमता बढ़ाने के लिए कंपनी ने कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

इसमें नई खनिज और धातु खनिज क्षेत्रों में निवेश, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान में नवीनीकरण, अपनी गतिविधियों को दुनिया भर में बढ़ाने के लिए विदेशी बाजार में प्रवेश के लिए तैयार होना शामिल हैं।

वेदांता लिमिटेड के शेयरों में वृद्धि की उम्मीद है। कंपनी ने बढ़ते बाजार में आगे बढ़ने के लिए अपनी नयी नीतियों के साथ अपने निवेशकों को आश्वस्त किया है।

इसलिए, अगर आप वेदांता लिमिटेड के शेयरों में निवेश करने की सोच रहे हैं,

वेदांता लिमिटेड - भारत की एक प्रमुख खनन कंपनी, जो विभिन्न धातुओं जैसे जिंक, कॉपर, आयरन ओर, स्टील, एल्यूमीनियम, कच्चे तेल और बिजली उत्पादन करती है।

यह कंपनी भारत के मुंबई में आधारित है और साल 1979 में सेसा गोवा के नाम से शुरू हुई थी। 
वर्तमान में इसकी मार्केट कैप 99.55 ट्रिलियन रुपये है और यह बीएसई और एनएसई में ट्रेड होती है।

वेदांता लिमिटेड मे  एक लाख पचास हजार लोग है जो सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से कंपनी से जुड़े हैं।
इसकी मूल कंपनी वेदांता रिसोर्सेस है, जो दुनिया भर में विभिन्न देशों में उपस्थित है।

वेदांता लिमिटेड के उपकंपनियों में भारत एल्यूमिनियम कंपनी, लंजिगढ़ एल्युमिना रिफाइनरी, हिंदुस्तान जिंक, स्टरलाइट कॉपर, स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज, स्टरलाइट एनर्जी, कैर्न इंडिया, इलेक्ट्रोस्टील लिमिटेड (ईएसएल), तलवांडी साबो पावर लिमिटेड, सेसा गोवा आयरन ओर, गैम्सबर जैसी कंपनियां है ।
वेदांता लिमिटेड के उत्पाद जैसे जस्ता, कच्चे तेल, लौह अयस्क, स्टील, एल्यूमीनियम, कॉपर और इलेक्ट्रिक पावर ने उद्यम क्षेत्र में उन्नति लाई है। 
इसके अलावा, वह बीमार स्थानों के लोगों के लिए उपयोगी विभिन्न समाज सेवा कार्यों को भी संचालित करता है। जैसे कि स्वच्छता अभियान, बाल शिक्षा, स्वस्थ भोजन आदि।

वेदांता लिमिटेड के सभी कार्यक्रमों का ध्यान रखते हुए यह कहा जा सकता है कि वह अपनी निष्ठा और कर्मठता के कारण एक सफल उद्यम का नाम है। 
सके अनेक सालों के अनुभव, स्वच्छता, शुद्धता और उच्चतम मानकों के लिए इसे उद्यम उद्योग का दर्जा दिया जाता है।

वेदांता लिमिटेड के सफलता का रहस्य उसके नेतृत्व में होने वाली विशेषताओं में छिपा हुआ है। 

यहां वह लोगों को एक संरचित माहौल में रखता है, जहां वे समूह के अन्य सदस्यों से सहयोग कर सकते हैं और अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।
इस आर्टिकल के माध्यम से हमने वेदांता लिमिटेड के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों को जाना। 

वेदांता एक बड़ी खनन कंपनी है जो भारत और दुनिया भर में अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाती जा रही है। यह कंपनी सोने, चांदी, तांबा, एल्यूमिनियम, इस्पात आदि वस्तुओं का उत्पादन करती है।

वेदांता एक जीवंत कंपनी है,वेदांता लिमिटेड का पूर्ण नाम Vedanta Resources Limited है ।
 जिसका मूल्यांकन 99.55 लाख करोड़ रुपये है। इस कंपनी का मुख्यालय मुंबई में है ।
यह कंपनी भारतीय और विदेशी बाजार में अपना प्रभाव बढ़ा रही है। यह कंपनी नौकरियों का भी बड़ा स्रोत है। इसके सभी सबसीडीयरीज भी खनन उद्योग में अपने नाम को ऊंचा कर रहे हैं।

वेदांता लिमिटेड एक दूरस्थ लक्ष्य के साथ आगे बढ़ती हुई एक बड़ी खनन कंपनी है। यह कंपनी बाजार में अपने नाम को बढ़ाने और विभिन्न सेक्टरों में अपने पैरों को जमाने के लिए नए-नए पहलुओं के साथ निरंतर आगे बढ़ रही है।

इसके नेतृत्व में यह कंपनी नई ऊंचाइयों को छूती जा रही है।

धन्यवाद अपना महत्वपूर्ण समय हमारे ब्लॉग को पढ़ने के लिए देने के लिए आगे हम वेदांता लिमिटेड से जुड़ी जानकारियां आप को देते रहे है 

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश की न्यायिक राजधानी ।








प्रयागराज भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक शहर है,

 जिसे सबसे विकसित शहरों में से एक माना जाता है। 

इस शहर को उत्तर प्रदेश की न्यायिक राजधानी
 के नाम से भी जाना जाता है।

प्रयागराज का स्थान पवित्र गंगा नदी के संगम पर है जो 
इसे धार्मिक एवं पारंपरिक महत्व का एक अहम स्थान देता है।

यहां पर कुंभ मेले के कारण पूरे विश्व में जाना जाता है, 
जिसमें हर बार करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। 

महाकुंभ मेला चार वर्षों में एक बार आयोजित किया जाता है, 
जबकि अर्धकुंभ मेला दो वर्षों में एक बार manaya jata hai

प्रयागराज भारत का एकमात्र ऐसा शहर है 
जो अट्ठारह सौ अट्ठावन में महज एक दिन के लिए देश की राजधानी 
बनाया गया था।

इस शहर में देश को लगभग सात प्रधानमंत्री दिए गए हैं।
इस शहर को आज भी प्रधानमंत्रियों का शहर भी कहा जाता है।

प्रयागराज भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक शहर है,
 
जिसे सबसे विकसित शहरों में से एक माना जाता है। 

इस शहर को उत्तर प्रदेश की न्यायिक राजधानी 
के नाम से भी जाना जाता है।

प्रयागराज का स्थान पवित्र गंगा नदी के संगम पर है 
जो इसे धार्मिक एवं पारंपरिक महत्व का एक अहम स्थान देता है।

यहां पर कुंभ मेले के कारण पूरे विश्व में जाना जाता है, 
जिसमें हर बार करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।

महाकुंभ मेला चार वर्षों में एक बार आयोजित किया जाता है, 
जबकि अर्धकुंभ मेला दो वर्षों में एक बार मनाया जाता है।

प्रयागराज भारत का एकमात्र ऐसा शहर है जो अट्ठारह सौ 
अट्ठावन में महज एक दिन के लिए देश की राजधानी बनाया गया था।

इस शहर में देश को लगभग सात प्रधानमंत्री दिए गए हैं।
इस शहर को आज भी प्रधानमंत्रियों का शहर भी कहा जाता है।

भारत में रेलवे लाइनों का नेटवर्क सबसे बड़ा है 
और उनमें से एक महत्वपूर्ण लाइन है,

सरला धारा  जो कानपुर और प्रयागराज के बीच बनी है। 
इस लाइन की बुनियाद 1859 में रखी गई थी 

और इसके बाद से यह एक महत्वपूर्ण रेलवे लाइन बन गई है।
इस रेलवे लाइन के बारे में अधिक जानकारी के लिए,
 
इस लाइन का नाम "सरला धारा " है।
यह भारत की चौथी सबसे लंबी रेलवे लाइन है

जो 229 किलोमीटर की दूरी पर है। 
इस रेलवे लाइन को बिछाई जाने में बहुत मेहनत लगी थी।

इस रेलवे लाइन का निर्माण उन दिनों में किया गया था 

जब प्रयागराज अथवा इलाहाबाद नाम के शहर में 

इंडियन नेशनल कांग्रेस की स्थापना हुई थी।

महात्मा गांधी ने अहिंसा आंदोलन की शुरुआत भी प्रयागराज से ही की थी।

इसलिए यह शहर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की महत्त्वपूर्ण धरोहरों में से एक है।
यह शहर भारत का छत्तीसवां सबसे बड़ा शहर है



Friday, February 17, 2023

महाशिवरात्रि पर्व 2023। जय भोले बाबा ।


महाशिवरात्रि भारत के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है।

हर साल इस त्योहार को देश भर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह श्रद्धा का पर्व होता है जिसे हिंदू धर्म के अनुयायी मनाते हैं।

इस वर्ष, महाशिवरात्रि 2023 की तारीख 18 फरवरी है । इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है और लोग उनकी आराधना करते हैं।

महाशिवरात्रि 2023 शुभ मुहूर्त: महाशिवरात्रि के दिन, प्रातःकाल से ही भक्त शिव मंदिर जाकर पूजा करने लगते हैं।

इस वर्ष, महाशिवरात्रि के शुभ मुहूर्त 18 फरवरी, को शुरू होगा और 19 फरवरी, को समाप्त होगा। पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त है ।

  • प्रदोष काल में पूजा करने से सबसे अधिक फल मिलता है।
  • इस साल, प्रदोष काल का समय 5:41 pm से 8:26 pm है।
  • निशिथ काल में पूजा करने से भी बहुत फल मिलता है।
  • इस साल, निशिथ काल का समय 12:08 am से 12:53 am है।

महाशिवरात्रि व्रत नियम: 

व्रत के नियमों में से कुछ निम्नलिखित हैं:

  1. दिन भर उपवास रखना होता है।
  2. दिन के विभिन्न समय पर शिवलिंग की पूजा करना होता है।
  3. शिवरात्रि की रात्रि के दौरान चार या आठ बार शिव मंत्र का जाप करना होता है।
  4. दूसरे दिन सूर्योदय के बाद उपवास तोड़ना होता है।
  5. व्रत के दौरान दुष्ट विचारों से बचना चाहिए।

शिवरात्रि पूजा विधि और शिव मंत्र लिस्ट

शिवरात्रि हिंदू धर्म में बहुत ही प्रतिष्ठित त्योहार है। इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है।

शिवरात्रि को ध्यान में रखते हुए इस दिन पूजा करने से भगवान शिव की कृपा हम पर बनी रहती है और उनका आशीर्वाद हमें मिलता है।

इस लेख में हम आपको शिवरात्रि पूजा करने की विधि और शिव मंत्रों की एक सूची बताएंगे।

शिवरात्रि पूजा की विधि:

  1. शिवलिंग को साफ़ करें और गंगाजल से अभिषेक करें।
  2. शिवलिंग पर बिल्वपत्र रखें।
  3. शिवलिंग को श्रृंगार करें। इसके लिए अपनी पसंद के तरीके से शिवलिंग को सजाएं।
  4. शिवलिंग को धूप, दीप, फूल और नैवेद्य से अर्पित करें।
  5. शिवलिंग को शंख या घंटी बजाकर आरती करें।
  6. शिव मंत्र जप करें।
  7. शिवरात्रि की रात्रि में ज्योति जलाएँ और शिवजी की कथाएं सुनें।

शिव मंत्रों की सूची:

शिव मंत्र एक शक्तिशाली और प्रभावी उपाय है, जो आपके जीवन में स्थिरता, शांति और समृद्धि लाता है। 

इन मंत्रों को जपने से आपके मन, शरीर और आत्मा की समस्याएं दूर होती हैं और आपके जीवन में सफलता आती है।

यहां कुछ शिव मंत्र हैं, जो आपको समस्याओं से निजात दिलाते हैं:

  1. "ॐ नमः शिवाय" - यह मंत्र शिव का सर्वोच्च मंत्र है और शिव भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसे जपने से मन की शांति मिलती है और बुरी नजर से बचाता है।

  2. "ॐ नमो भगवते रुद्राय" - यह मंत्र भगवान शिव को समर्पित है और शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए जपना चाहिए।

  3. "ॐ हं हं हं शिवाय" - इस मंत्र को जपने से शिव के अधिपति होने का अनुभव होता है और आपके जीवन में खुशहाली आती है।

  4. "शिव शम्भो" - इस मंत्र को जपने से मन में शांति आती है और दुखों से निजात मिलती है।

  5. "ॐ नमो हिरण्यबाहवे हिरण्यवर्णाय हिरण्यरूपाय हिरण्यपतये अंबिका पतए उमापतए पशूपतए नमो नमः ।

  1. "ऊँ नम: शिवाय ध्यानम्" - इस मंत्र को ध्यान के समय जपने से मन का शांत होता है और ध्यान में सफलता मिलती है।

  2. "शिवोऽहं" - इस मंत्र को जपने से आप शिव के साथ एकता महसूस करते हैं और उनसे सम्बंधित सभी समस्याओं से निजात मिलती है।

  3. "ॐ नम: शिवाय शान्ताय" - इस मंत्र को जपने से शिव की कृपा से जीवन में शांति आती है और आपकी समस्याओं का समाधान होता है।

  4. "हर हर महादेव" - यह मंत्र भगवान शिव के भक्तों को समर्पित है और जब आप इसे जपते हैं, तो आप शिव की कृपा प्राप्त करते हैं और उनके आशीर्वाद से सभी समस्याओं से निजात पाते हैं।

  5. "ॐ नम: शिवाय गुरवे" - इस मंत्र को गुरु को समर्पित किया जाता है और जपने से आपके मन में उनका आशीर्वाद और उनके संदेश प्राप्त होते हैं।

इन मंत्रों को नियमित रूप से जपने से आप शिव की कृपा प्राप्त करते हैं और जीवन में सफलता आती है। 

ध्यान और तपस्या के साथ इन मंत्रों का जप करने से आप शिव के साथ एकता महसूस करते हैं ।


Thursday, February 16, 2023

जिंदगी जीने का एक नया नजरिया । Motivational ।

कभी कभी खुद की अंदर की आवाज को सुनना सही होता है । क्यो की हम खुद के लिए, खुद से बेहतर रास्ता दूसरो की सलाह से ज्यादा अच्छा निकल सकते है । 

अगर आप को यकीन है की जो रास्ता आप ने चुना है अभी तो समझ नही आ रहा की वहा तक पहुचुगा कैसे पर इतना विश्वास है की किसी का कुछ भी गलत नही होगा मेरे इस फैसले से ।
तो आप को आगे बढ़ना चाहिए और अपने सफल भविष्य के लिए कदम बढ़ाना चाहिए । 
अगर अंत में परिणाम आप के मुताबिक न भी रहा तो । आप को जीवन से ये शिकायत तो नही रहेगी की मैने कोशिश ही नही की वरना जीवन कुछ और होता । 
अगर कोशिश करने के बाद आप असफल भी हुए तो ये तो पता होगा की वो आप के लिए सही नही था । 
क्यो की जो इंसान जिंदगी में ठोकर खाता है वही जीवन में आने वाली दिक्कतों को, कठिनाइयों को अच्छे से समझ सकता है ।
जैसे जो पत्थर हटोड़ी की चोट खाने पर भी विचलित नहीं होता वही आगे जा कर एक अच्छी मूर्ति या चित्र का रूप लेता है ।
 नजाने कितने पत्थर दुनिया में है । न वो कभी चित्र में बदल पाएंगे और नही पूजे जाएंगे क्यो की उन्होंने उस हटोडी की मार को अपना डर बना लिया है ।
उन्हें नही पता की वो तो कुछ समय की बात होगी बाद में मैं अनंत काल तक कही संभाल के लोगो का केंद्र बना राहूगा ।
दुनिया में जाने कितने लोग है जो बस अपनी रोबोट जैसी जिंदगी जी रहे है ।
सुबह उठना और काम पर जाना और दूसरे दिन फिर वही सब करना । पर कुछ ऐसे भी लोग है जो जानते है की अगर ये जिंदगी मिली है तो काम कर के बिताने के लिए नही बल्कि अनिवार्य जरूरतों को पूरा करने के बाद खुद को समझने के लिए और इस विशाल दुनिया के बारे में जितना हो सकते समझना और उसे सिख कर अच्छे कामों को करना ।
ताकि अगर दुनिया में हमने जन्म लिया है तो हमारा जन्म लेना व्यर्थ न जाए ।
वो लोगो के काम आए क्यो की जीवन का यही सत्य है की जितनी खुशियां आप दूसरो में बाटोगे। उतने ज्यादा आप अन्दर से खुश होगे । 
और ऐसी चीज किसी को बताने की जरूरत नहीं कुछ दिनों में वो चंदन की खुशबू की तरह अपने आप फैलती जाएगी।
अगर चंदन का पेड़ अपनी खुशबू दूसरो को महेक लेने न दे तो चंदन का पेड़ बस एक आम पेड़ बन जाएगा ।

तो ज्ञान और अच्छी सोच को फैलाने से आप आम लोगो से अलग हो जाते हो जो अपने में ही जीते और मरते है । उन लोगो की जिनको सच में जरूरत है । 
अगर हम थोड़ा भी उनके जीवन में कुछ आशा उम्र ला सकते है तो ऐसे कदम हमे बढ़ने चाहिए क्यो की आप को भी नही पता की जिस भगवान को आप ने नही देखा आज तक वो उन जरूरत मंद लोगो को आप में दिखने लगेंगे ।
मेरे कहने का मतलब बस इतना है की भगवान को किसी ने नही देखा पर आप वो इंसान बन सकते है जो भगवान को खुद तो नही देख सकता पर जाने अनजाने में दूसरो की मदद कर खुद भगवान का रूप ले सकता है । असर मजे की बात काहू तो आप को खुद पता नही चलेगा की आप ने किस पल मदद करते हुए भगवान का रूप ले लिया था किसी और के लिए । 
बस आज के लिए इतना ही फिर मिलेंगे किसी और ब्लॉग में ।
धन्यवाद

Wednesday, February 15, 2023

होली से पहले दिखने लगा गर्मी का असर। मौसम।

Mr Allahabadi

महामारी के दौर में समय बदल गया है। सामान्य जीवन से लेकर मौसम तक, सब कुछ बदल गया है। हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी को शुरू से ही अलग तरीके से जीने की कोशिश कर रहे हैं। जहाँ आमतौर पर होली आने पर सभी बच्चे अपनी गुलाल की खरीदारी के लिए उत्सुकता से तरसते हैं, वहीं इस साल होली से पहले ही इंडिया में गर्मी के असर दिखने लगे हैं।

हमारे देश में मौसम का बदलाव कभी कभी अप्रत्याशित होता है। इसीलिए यह आम बात है कि एक मौसम से दूसरे मौसम में बड़ा बदलाव आता है। इस बार इस मौसमी बदलाव का कारण वर्षा के बारे में था।

वर्षा हमारे देश में सबसे ज्यादा बारिश वाला मौसम होता है। इस साल वर्षा के समय पर आने की स्थिति बहुत खराब रही। वर्षा के समय उन्नत और उन्नत शहरों में बारिश के वजह से अनेक समस्याएं उत्पन्न होती हैं। यह समस्याएं पानी से भरे रोड्स, बिजली और पानी की आपूर्ति में बाधाएं, ट्रैफिक जाम आदि शामिल होती है ।

वहीं, वर्षा के बाद गर्मी आती है, जो अधिकतर इंडियन लोगों के लिए कठिनाइयों का कारण बनती है। लेकिन इस बार वर्षा के बाद इंडिया में बहुत कम ठंडक और बहुत ज्यादा गर्मी थी। जिसका असर अभी तक दिखाई दे रहा है। इस समय दिल्ली-एनसीआर में तापमान 35-36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जो कि आम तौर पर होली से पहले नहीं होता। वहीं मुंबई और चेन्नई में भी असामान्य गर्मी होने की रिपोर्टें आ रही हैं।

इस समय के मौसम की बात करें तो यह अभी तक सामान्य से बहुत दूर है। यह बात न केवल आम लोगों को परेशान कर रही है, बल्कि व्यापार और कृषि से जुड़े लोगों को भी इसका असर पड़ रहा है। कृषि सेक्टर के लिए तो यह असामान्य गर्मी काफी खतरनाक साबित हो सकती है।

गर्मियों के मौसम में बहुत से लोग अपने घरों के अंदर ही रहना पसंद करते हैं। लेकिन इस समय कोविड-19 के कारण लोगों को घरों में रहना ही पड़ रहा है।

अपने आसपास के दूसरे लोगों से दूरी बनाए रखने की सलाह दी जा रही है। गर्मी की इस तीखी धुप में अधिक समय बाहर रहने से लोगों को अपने स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है। जो लोग बाहर निकलने के लिए मजबूर हैं, उन्हें अपने खाने का ध्यान रखना चाहिए। अधिक ठंडे पदार्थों का सेवन करना न तो ठंडा लगता है और न ही उतना ही स्वस्थ रहता है। इसके साथ ही, पानी की अधिक सेवन करना भी जरूरी है।

व्यापार सेक्टर में भी इस गर्मी का असर दिख रहा है। लोगों की खरीदारी कम हो रही है, जो खुशी की बात नहीं है। यह समस्या विभिन्न वस्तुओं की बिक्री में कमी के रूप में दिख रही है। वहीं, व्यवसायिक उद्यमों में भी इस गर्मी के कारण कुछ समस्याएं हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, धूल और धुएं के कारण आधा दर्जन से अधिक उद्यमों को बंद कर दिया जा सकता है।

इस गर्मी के साथ ही कुछ ऐसी समस्याएं भी हो सकती हैं, जो असामान्य तो नहीं हैं,

उदाहरण के लिए, दिल्ली एनसीआर में अगले दिनों में धूम-धाम से मनाई जाने वाली होली के चलते पर्यावरण से जुड़ी कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। बुरी गुणवत्ता वाले रंगों का इस्तेमाल वायु प्रदूषण जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है। इससे नुकसान उठाने वाले सिर्फ इंसान ही नहीं होते, बल्कि पर्यावरण भी इससे प्रभावित होता है। इसलिए, हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हम होली के रंगों का उपयोग करते समय पर्यावरण का भी ध्यान रखें। अगर हम उत्सव को स्वस्थ तरीके से मनाएंगे, तो हम पर्यावरण के लिए भी कुछ अच्छा करेंगे।

इस समय वैशाखी और रमजान जैसे कुछ अन्य उत्सव भी होने वाले हैं। इन उत्सवों के दौरान भी लोगों को सावधान रहना चाहिए। ध्यान रखें कि हम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और जरूरत पड़ने पर केवल ज़रूरी कामों के लिए बाहर जाएं।

अंततः, भारत में मौसम अपनी अनुमानयों को खरे नहीं साबित करता है। हमें अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा का ख्याल रखते हुए मौसम की सभी ताकतों से लड़ने की तैयारी करनी चाहिए। वर्षा, गर्मी और सर्दी जैसे मौसमों के साथ जूड़े सभी दुष्प्रभावों से लड़ने के लिए आपको अपने खान-पान और रवैये पर नजर रखना चाहिए।

आज हमारे देश में मौसम से जुड़ी समस्याओं का सामना करना ज़रूरी हो गया है। इस समस्याओं का सामना करने के लिए हमें सावधान रहना चाहिए। अगर हम मौसम की विशेषताओं को अच्छी तरह से समझते हैं, तो हम इससे बचने और उसके साथ सही तरीके से जुड़ने के लिए तैयार रहेंगे।

इसलिए, हमें अपने मौसम से संबंधित जानकारी को सक्षम होना चाहिए। हमें अपने शहर में निकटतम मौसम केंद्र से अपडेट प्राप्त करने की सलाह दी जाती है। हमें मौसम से संबंधित सभी सुझावों का पालन करना चाहिए ताकि हम अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा का ख्याल रख सकें।



Monday, February 13, 2023

"होली दहन" (Holi Dahan) । "होली दहन कब है 2023 में" ।



"होली दहन" हिंदू धर्म का एक महोत्सव है जो हर वर्ष उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है। यह त्यौहार फाल्गुन माह (फरवरी-मार्च) के पूर्णिमा के दिन (Purnima) पर मनाया जाता है। 2023 में, होली दहन 7 March  को मनाया जाएगा।

होली दहन, भगवती दहन या होलिका दहन के नाम से भी जाना जाता है, अच्छाई के बल पर बुराई के विजय को मनाते हैं। इस दिन, लोग होलिका को जलाते हैं, पूजा करते हैं और देवों से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उपासनाएं करते हैं। होलिका के दहन नुकसानपूर्ण शक्तियों के नाश के प्रतीक होते हैं, 

होली वसंत के आनंद, प्यार और खुशी की त्यौहार है। यह वेश्यों, परिवार और प्रेमी-प्रेमिकाओं के साथ दूर हो चुकी बुराईयों और अपराधों को भुलाने का समय है। लोग मिठाईयों, बधाई और प्यार और खुशी के साथ एक दूसरे को लगाते हैं। वे रंगों के साथ खेलते हैं, गाते हैं, नृत्य करते हैं और खुशी मनाते हैं। होली एक ऐतिहासिक मौका है जो लोगों को एक होकर बंधने और खुशी फैलाने में मदद करती है।

इस त्यौहार को मनाने के लिए, हम सभी एक होकर आएं और यह रंगों की त्यौहार उत्साह और जोश के साथ मनाएं।

"होली दहन कब है 2023 में"


"होली दहन" (Holi Dahan) is a Hindu festival celebrated every year with great zeal and enthusiasm. The festival is observed on the full moon day (Purnima) in the Hindu month of Phalguna (February-March). In 2023, Holi Dahan will be celebrated on 7th March.

Holi Dahan, also known as Chhoti Holi or Holika Dahan, marks the victory of good over evil. On this day, people light bonfires, offer prayers and perform rituals to seek blessings from the gods. The burning of Holika symbolizes the destruction of negative forces, while the lighting of the bonfire symbolizes the triumph of good over evil.

The festival of Holi is a celebration of spring, love, and joy. It is a time to forget past grudges and strengthen relationships with friends, family, and loved ones. People exchange sweets, greetings, and embrace each other with love and happiness. They play with colors, sing, dance and make merry. Holi is an occasion that brings people together and spreads happiness and positivity in the air.

In conclusion, Holi Dahan is a significant festival in Hinduism that signifies the victory of good over evil and the arrival of spring. It is a time to forget past grudges, embrace each other with love, and spread happiness. So, let us come together and celebrate this festival of colors with great joy and zeal.

Wednesday, January 25, 2023

Tuesday motivation quotes ।

Best motivational quotes:-
1. हार तो वो सबक है 
     जो आप को बेहतर होने का सबक देती है ।



2. जिंदगी भी खेलती उन्ही के साथ है ।
    जो खिलाड़ी खिलाड़ी बेहतरीन होते है ।
    दर्द सब के एक से है पर हौसले अलग अलग है ।
     कोई हताश होके बिखर जाता है ।
   तो कोई संघर्ष कर के निखर जाता है ।






3. इतिहास लिखने के लिए कलाम की नही
      होसलो की जरूरत होती है ।

4. जितना बड़ा सपना होगा ।
   उतनी बड़ी तकलीफे होगी ।
   और जितनी बड़ी तकलीफे होगी ।
   उतनी बड़ी कामयाबी होगी ।


Sunday, January 22, 2023

Best Sites to Download Hindi songs ।। हिंदी सॉन्ग डाउनलोड साइट

  1. Spotify: One of the most popular music streaming services, Spotify offers a vast library of songs and podcasts. It also has a feature that allows users to download songs for offline listening.


  2. SoundCloud: A platform for independent artists and rising stars, SoundCloud offers a unique blend of new and established music. Users can download tracks for free, but some songs may require a paid subscription.

  3. Amazon Music: Amazon's music streaming service offers a wide selection of songs and albums for purchase and download. It also has a feature that allows users to download songs for offline listening.

  4. iTunes: Apple's music store has one of the largest selections of songs and albums for purchase and download. It also has a feature that allows users to download songs for offline listening.

  5. Bandcamp: A platform for independent artists, Bandcamp offers a wide selection of music available for purchase and download. It also allows artists to sell merchandise alongside their music.

  6. Google Play Music: Google's music streaming service offers a wide selection of songs and albums for purchase and download. It also has a feature that allows users to download songs for offline listening.

  7. YouTube Music: YouTube's music streaming service offers a wide selection of songs and music videos. Users can also download songs for offline listening.

  8. Deezer: An international music streaming service, Deezer offers a wide selection of songs and albums for streaming and download.

  9. Tidal: A music streaming service that focuses on high-quality audio, Tidal offers a wide selection of songs and albums for streaming and download.

  10. Napster: One of the oldest music streaming services, Napster offers a wide selection of songs and albums for streaming and download.

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Saturday, January 21, 2023

Income tax Savings: -अगर आपने पर्सनल लोन (Personal Loan) के पैसे से ज्वेलरी खरीदी है, नॉन रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी खरीदी है या फिर शेयर (Stocks) में निवेश किया है तो आपको इस पर भी टैक्स छूट मिल सकती है

Income Tax Savings:- नौकरीपेशा इनकम टैक्स बचाने के लिए अलग-अलग स्कीम में निवेश करता है. फिर भी टैक्स का बोझ कम नहीं होता. इस मामले में सबसे ज्यादा काम आने वाला चीज होम लोन होता है. लेकिन, अगर आप का होम लोन नहीं है तो कौन सी चीज आपकी टैक्स बचाने में मदद कर सकते हैं?

 होम लोन (Home loan) और एजुकेशन लोन (Education loan) पर इनकम टैक्स की छूट (Income tax deduction) का फायदा मिलता है, लेकिन ज्यादातर लोग ये नहीं जानते कि पर्सनल लोन (Personal Loan) पर भी इनकम टैक्स छूट (Income Tax Deduction) का फायदा मिल सकता है ! लेकिन कुछ ही परिस्थितियों में ही पर्सनल लोन पर टैक्स छूट का फायदा लिया जा सकता है.

 पर्सनल लोन पर टैक्स छूट के 3 तरीके:-

सीधे तौर पर Income Tax Act में पर्सनल लोन Deduction को लेकर कोई प्रावधान नहीं है. लेकिन, इसका मतलब ये नहीं कि पर्सनल लोन (Personal loan) पर टैक्स छूट नहीं ले सकते.

 अगर आपके पास भी पर्सनल लोन है और इसका इस्तेमाल आपने बिजनेस, रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी के कंस्ट्रक्शन या खरीदारी में किया है या फिर कुछ ऐसी संपत्तियां खरीदी हैं, जो टैक्स छूट के दायरे में आती हैं तो पर्सनल लोन पर भी टैक्स छूट का फायदा ले सकते हैं.

बिजनेस में निवेश किया है निवेश

पर्सनल लोन (Personal Loan) के पैसे का निवेश बिजनेस में किया गया हो तो ब्याज को आप खर्च के तौर पर दिखा सकते हैं और इसके लिए क्लेम ले सकते हैं. इससे आपकी टैक्स देनदारी घट जाएगी साथ ही बिजनेस का मुनाफा भी बढ़ जाएगा. सबसे अच्छी बात ये है कि इसे लेकर कोई कैप नहीं है यानि आप कितना भी इंटरेस्ट खर्च के तौर पर दिखाकर क्लेम कर सकते हैं.

घर की मरम्मत पर खर्च में छूट:-

होम लोन (Home loan) पर दो तरह से टैक्स बेनेफिट मिलता है, एक तो ब्याज पर दूसरा प्रिंसिपल पर. अगर आपने पर्सनल लोन लेकर घर की मरम्मत करवाई है या फिर रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी खरीदी है तो आप टैक्स बेनेफिट ले सकते हैं. आप इनकम टैक्स के सेक्शन 24 के तहत ब्याज पर टैक्स बेनेफिट ले सकते हैं. अगर आप उस घर में रहते हैं तो 2 लाख रुपए तक टैक्स छूट पा सकते हैं, अगर घर को किराए पर दिया हुआ है तो कितना भी टैक्स छूट क्लेम कर सकते हैं, इसकी कोई सीमा नहीं है.

संपत्ति खरीदने पर छूट:-

अगर आपने पर्सनल लोन (Personal Loan) के पैसे से ज्वेलरी खरीदी है, नॉन रेजिडेंशियल प्रॉपर्टी खरीदी है या फिर शेयर (Stocks) में निवेश किया है तो आपको इस पर भी टैक्स छूट मिल सकती है. हालांकि, इस पर छूट उस साल नहीं ली जा सकती है, जिस साल ब्याज चुकाया गया, उसे टैक्स बेनेफिट उस साल मिलेगा जब वो उस एसेट को बेचेगा.

ध्यान देने वाली बात:-

यहां एक बात ध्यान देने वाली है कि टैक्स छूट सिर्फ ब्याज पर मिलेगा न कि प्रिंसिपल अमाउंट पर. दूसरी बात ये कि अगर पर्सनल लोन का पैसा ऊपर दिए गए तीन असेट्स के अलावा कहीं और निवेश किया गया तो उसमें टैक्स का फायदा नहीं मिलेगा.

Friday, January 20, 2023

ध्यान (MEDITATION) गुस्सा आए तो ये ध्यान रखना

ये कहानी है छोटी सी बच्ची की जिसको बहुत गुस्सा आता था बात बात पर गुस्सा आता था जब उसको गुस्सा आता था तो वह यह नहीं देखती थी कि उसके सामने कौन है. उसके मन में आता था वो सब बोल देती थी कई बार तो कुछ चीजें उठाती और जमीन  पर फेक देती उसके मां बाप बहुत परेशान हो गए उनको समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करें उन्होंने बहुत कोशिश करी उस बच्ची को समझाने की अलग अलग तरीके से लेकिन बच्ची समझ नहीं रही थी फिर एक दिन उसकी मां ने उसके ट्यूशन टीचर से बात करी क्योंकि ट्यूशन टीचर . जिसकी कि वह बात सुनती थी. उसकी टीचर ने उसकी मां की सारी बातों को सुना और उनको बोला कि आप चिंता मत करो आने वाले कुछ दिनों के अंदर अंदर ही इस बच्ची  का गुस्सा पूरी तरीके से खत्म हो जाएगा उसकी मां को समझ नहीं आया लेकिन फिर भी उन्होंने कहा कि कोशिश करने में क्या जाता है फिर उस दिन रोज की तरह  उसकी टीचर ने उस बच्ची से कहा कि आज हम पढ़ाई नहीं करेंगे. आज हमें गेम खेलेंगे तो बची सुनकर बहुत खुश हुई  टीचर उस बच्ची के साथ में उस घर के पीछे एक दीवार के पास में जाकर के खड़ी हो गई और टीचर ने उस बच्ची को कहा कि गेम यह है कि अब जब भी तुम्हें गुस्सा आए तो एक किल लेनी है और यहां पर आकर के दीवार में गाड़ देना है । जितनी हो सके. फिर उस बच्ची ने टीचर से पूछा लेकिन इससे क्या होगा. तो टीचर ने कहा कि जब यह गेम खत्म हो जायेगी तो तुम्हें इनमें प्राइज मिलेगा फिर उस बच्चे ने बिल्कुल वैसा ही किया जैसा कि उस टीचर ने कहा था यानी कि अब उसको जब भी गुस्सा आता तो वह जाति और जाकर के एक कील उस दीवार में गाड़ देती तो जैसा कि उस लडकी को बहुत गुस्सा आता था तो पहले ही दिन वहां पर दस से ज्यादा कीले लग  गई
लेकिन उसको कील लगाने  के लिए उसको बार बार पीछे जाना पड़ता और जाकर के उस कील को गाड़ना पड़ता तो उसके दिमाग में आया कि जितनी मेहनत में लगाती उस कील को गड़ने में उससे कम मेहनत में में अपने गुस्से को कंट्रोल कर सकते हु
 अगले दिन आठ कीले लगी उसके अगले दिन फिर चार फिर तीन फिर दो फिर एक फिर  ऐसा भी दिन आया जब एक भी बार उसको गुस्सा नहीं आया और एक भी कील. दीवार में नहीं लगी और बच्ची बहुत खुश हो गई. खुशी खुशी वो अपनी टीचर के पास में गई और जाकर के उनको बताया कि देखो मैं आज मैंने एक भी कील उस दीवार में नहीं गाड़ी है
 क्योंकि मेरे को एक बार भी गुस्सा नहीं आया तो मैंने उसको थोड़ी सी शाबाशी दी और मैं उसके साथ में उस दीवार के सामने जाकर के खड़ी हो गई. उस बच्ची को कहा कि गेम अभी खत्म नहीं हुई. अब तुम्हें क्या करना है कि जिस दिन तुम को बिल्कुल भी गुस्सा नहीं आता है उस दिन एक कील को दीवार से निकाल देना. तो बच्ची ने वैसा ही किया लेकिन क्योंकि कीलें बहुत ज्यादा थी तो एक महीने से भी ज्यादा टाइम लग गया उन सारी किलो को बाहर निकालने में लेकिन एक दिन ऐसा भी आया जब सारी कीले उस दीवार से बाहर निकल गई.
 फिर बच्ची बहुत ही खुश होकर के अपने टीचर के पास में गई और जाकर के बोला कि अब उस दीवार में एक भी कील नहीं है. तो उसकी टीचर उस बच्ची के साथ उस दीवार के सामने जाकर के खड़ी हुई उसने देखा कि एक भी कील नहीं है दिवार में फिर उसको उसकी टीचर ने एक  चॉकलेट गिफ्ट करें और बोला कि तुम इस प्राइस को जीत गई हो. बच्ची बहुत ही खुश हो गई. फिर टीचर उस बच्ची से पूछा कि क्या तुमको दीवार में कुछ नजर आ रहा है तो बच्ची ने कहा कीले नहीं है इसमें तो कुछ भी नहीं सारी कीले  निकल चुकी है. तो बोली  एक बात ध्यान से देखो शायद कुछ नजर आए तो उस बच्ची ने दुबारा देखा और कहा जो कीले मैने गाड़ी थी उसके कुछ निशान मुझे नजर आ रहे दिवार पर  जब बच्ची ने देख लिया फिर उसकी मां ने उस बच्ची को कहा जैसे तुमने इस दीवार में कील गाड़ी और अब तुम उसके निकाली सकती हो लेकिन उसके निशान को नहीं मिटा सकती ठीक इसी तरह से. होता है जब तुम गुस्सा करती हैं. जब तुम गुस्सा करती को अपने माँ बाप या किसी पर भी तो उनके दिल पर चोट लगती है उनको दर्द होता है और वहां पर एक निशान रह जाता है उस निशान को तुम कहाँ करके भी हटा नहीं सकते फिर चाहे तुम उनसे जितना मर्जी माफी मांग लो यह सुनकर बच्ची को अपनी गलती का एहसास हुआ वो रोने लगी और भागते हुए गई और अपनी मां के पास में जाकर के उनसे गले लग गई और अपनी मां को बोली कि. में आज के बाद कभी गुस्सा नहीं करूंगी मुझे समझ आ गया मैंने क्या गलती करी और उस दिन के बाद उस बच्ची ने कभी गुस्सा नहीं किया. 

वो अनाथ बच्चा जो बना 22 लाख करोड़ की कंपनी का मालिक _ Inspiring Story of Louis Vuitton ।।

 ज़िंदगी को सुनाना और हालात पर थोपना  आसान होगा हम दुनिया में ज्यादातर लोग यही कहते हैं. लेकिन इसी दुनिया में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो हालात को आगे नही बल्कि हालात को अपने आगे घुटने टेकने पर मजबूर कर देता है

 यह एक ऐसे बच्चे की कहानी जिसने अपने दम पर खडे कर दिये बाईस लाख करोड़ की कंपनी जी हां. बाईस लाख करोड़ रुपये तो चलिए शुरू करते हैं. लो जी हां आज भविष्य के बारे में बात करेंगे यह कंपनी भी है हर इंसान और इंसान जिसने अपने दम पर खड़े कि वो कंपनी जिसकी वैल्यू आज तीस बिलियन डॉलर यानी बाईस लाख करोड़ से भी ज्यादा है लेकिन बाईस लाख करोड़ की कंपनी की नीव रखने वाले इंसान के पास बचपन में अपने साथ रखने के लिए अच्छा. नहीं थी । 

दोस्त. लोग कामयाब लोग देखते हैं तो उनकी शोहरत बुलंदी और मरकाम को देखते हैं. लेकिन उस मुकाम तक पहुंचने के लिए वो जिन जिन मुश्किलों से गुज़रता उनके बारे में बहुत कम जानते. आज मैं आपको लूई वीटॉन की कहानी बताने जा रहा और जो आपने आज तक नहीं सुनी होगी चलिए वक्त में थोड़ा पीछे सोच यह बात है उन्नीसवीं शताब्दी के लिए जब एक बच्चा जिसके पास रहने के लिए नाथन था ना खाना खाना उसके पास कुछ था । 

 तो सिर्फ एक सपना सपना कामयाबी का सपना शोहरत की बुलंदी गया. अब जिंदा रहने के लिए खाना चाहिए और खाने के लिए पैसे पैसे कमाने के लिए लोई कारीगरों और आर्टिस्टों के साथ काम किया करता था. उसमें पैसे तो सिर्फ नहीं मिलते थे कि वह दो वक्त की रोटी का इंतजाम हो सके. लेकिन होना उसे वहां वो मिला जिसकी बदौलत उसमें आज एक बिलियन डॉलर की कंपनी खड़ी बचपन ले. जॉन का जन्म चार अगस्त अट्ठारह सौ इक्कीस को फ्रांस की आंच आई कि गरीब परिवार में हुआ उनके पिता किसानी करते थे और मां हथियार टोपियां बनाते थे. । 

 ये वो वक्त था जब फ्रांस नेपोलियन के जंगलों की वजह से नुकसान से वाला था लड़ाइयों की वजह से सभी किसानों की हालत खराब हो चुकी थी और वर्तमान परिवार विनिमय से था इसलिए लोई को बचपन से अपने पिता के साथ मजदूरी करने पड़ते थे वो सुबह से शाम तक खेत पर काम करता था जानवर चरा डाटा लकड़ी इकट्ठा करता था ये सब चीजें कोई खास परेशानी. रही थी क्योंकि असली मुसीबत तो अभी आनी बाकी थी जब वह इस दस साल के हुए तो उनके बाद जब उनके पिता ने दूसरी शादी कर लें अब इसे आप उनकी बदकिस्मत बदकिस्मती के हो या खुशकिस्मती पर उनकी सौतेली मां ऐसी थी जैसे आप पिक्चरों में गलन देखते ही को रहा तो सही से खाना देते थे और आए चैन से रह रहे होते थे और लोई कि जिन. जिंदगी को नर्क बना दिया था. । 

लुई ने यह सब कुछ वक्त तक तो सा लेकिन जब सारी हदें पार हो गई रुपए रहा साल की उम्र में वह घर छोड़कर पैसा आ गए. वह पैरिस तो पहुंच गए लेकिन उनके पास आप अखाड़ा था भाई पैसे लेकिन उनके तो वहाँ उन पर थोड़ी मेहरबान हुए और उन्हें एक आर्टिस्ट और कारीगरों के पास नौकरी मिल गई जहां पर उन्होंने मैटल पत्थर फैब्रिक और लकड़ी का काम से क्या इस नौकरी से उन्हें सिर्फ इतने पैसे मिलते थे कि वह अपना पेट भर सके लेकिन रहने के लिए उनके पास छत नहीं. थी वह अपनी रात एक कंबल ओढ़कर लकड़ियों पर गुजारते थे लेकिन अब उनका वक्त बदलने वाला था । 

क्योंकि इंडस्ट्रियल रेगुलेशन के चलते पैर में शुरुआत हुई थी रेल की जिसकी बदौलत ट्रैवल आप बहुत ही आसान हो चुका था लोग प्रेम दिल खोलकर ट्रैवल कर रहे थे लेकिन एक प्रॉब्लम आ रही थी वो थी सामान लेकर जाने की. क्योंकि लोग ट्रेन में पेन्टिंग कपडे और फर्नीचर जैसे सामान लेकर जा रहे थे लोग यह प्रॉब्लम कारीगरों के लिए एक बड़ा मौका थी बडे बडे बॉक्स जैसे बाइक बनाकर उन्होंने से बनाना शुरू कर दिया.। 

 लोई को अपने लिए एक बड़ा मौका दिखाई दिया वह कई तरह की कारीगरी जानते थे जैसे लकड़ी पत्थर लेकिन उन्हें तलाश तीसरे मोर्चे की हर वो मौका दिया माँस एयर मार्शल ने मौन शेयर में लोई को अपनी दुकान पर कारीगर के तौर पर नौकरी देते हैं वहां पर भी उन्हें पैसे तो कुछ खास. नहीं मिल रहे थे लेकिन कह देना कि हीरा जब तक इसे या नहीं तब तक चमकेगा गया है बस लोहे वहां अपने हुनर के हीरे चमकाने में लगे हुए हैं उनकी मेहनत रंग लाई और जल्द ही व सिर्फ के ज्यादातर प्वाइंट्स के सबसे पसंदीदा बॉक्स में क्या बन गए अभी उनका वक्त अच्छा चल रहा था । 

लिए शहर अब रुकने का नाम नहीं ले रहे थे और. जल्दी में मशहूर हो गए कि फ्रांस की महारानी रहे हैं उन्हें अपना निजी बॉक्स में का बना लिया. लेकिन दोस्तों वह कहते हैं ना कि अच्छे वक्त की बुरी बात यह होती है कि वह बदलता है. शराबी दोनों ही का अच्छा वक्त चल रहा था इसलिए होते और ज्यादा पॉपुलर होते जा रहे हैं एक साल तक महारानी लगाम करने के बाद मोदी ने अपनी दुकान खोलने का फैसला लिया और इस तरह से शुरुआत हुई. ऑन किया जिसे आज हम एलोवेरा नाम से जानते हैं उस वक्त तक सिर्फ लैदर के और बॉक्स बनाए जाते थे जिनके ऊपर का हिस्सा डोम के आकार का होता था जिसकी वजह यह थी कि पानी बॉक्स के नारों के और लगभग को नुकसान न पहुंचे लेकिन यहां परेशानी यह थी कि बॉक्स को एक के ऊपर एक नहीं रख सकते हैं वो ज्यादा जगह लेते थे. दो परेशानियों को लोई के का आइडिया ने खत्म कर दिया. का आइडिया इस इंडस्ट्री में क्रांति से कम नहीं था । 

उन्होंने लैदर की जगह कैनवस का इस्तेमाल करना शुरू किया भी लैदर के मुकाबले हल्का टिकाऊ और सबसे ज्यादा वॉटरप्रूफ था अब इससे बॉक्स को रैगुलर शेप में बनाना शुरू हो गया जिससे लोग उन्हें एक के ऊपर एक रख सकते हैं इसके अलावा वह दिखने में भी शानदार मॉडल लगते थे लोई के. एक आइडिया ने उनकी जिंदगी और मैं उस दो साल के अंदर लोगों के बीच वर्तमान के पैगाम हो चुका था अब लोई बॉक्स के आगे बढ़कर हैंड बैग बनाने का सोचा उस वक्त के लोग लिए किसी सदर से कम नहीं था लोग उन्हें सिर्फ मजबूरी में इस्तेमाल करते थे. लोई को खुद में यकीन था । 

जब कुछ शानदार कर सकते हैं उनके बैग लैदर की तरह कैनवस के होते हैं और उन्होंने इसी का फायदा उठा कैनवस पर नए और एलियन डिजाइन मनाना शुरू कर दिया उनके इस आइडिया ने हैंड बैग को लेकर लोगों की सोच पूरी तरह से बदल दें अब लेडीज में हैंड बैग को अपने कपड़ों के साथ मैच करना शुरू कर दिया सब कुछ सही चल रहा था. लेकिन को आप भी कुछ नया करना बाकी था और उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था ऐसे में उन्होंने अपने बेटे जॉर्ज के पिता की तरह से बैठेगा आइडिया भी किसी चमत्कार से कम नहीं था जॉर्ज ने बॉक्स पर रोक लगाने का आइडिया अपने पिता कर दिया. अभी आप सोच रहे होंगे कि या लगाने गाड़ियां चमत्कारी कैसे हो सकता है पर यही मानव दोस्त और उससे पहले बॉक्स ब्लॉक नहीं होता रहा है जॉर्ज ने लॉक के साथ बैग पर पैटर्न बना दिया जिससे बनाए गए खजाने ही डरावना था. । 

साथ ही इससे चोरी से सामान की हिफाजत होने लगी थी. के बाद ने एक बार फिर से आसमान की ऊंचाइयों को छूना शुरू कर दिया लेकिन हमने आपको बताया था ना कि हमेशा वक्त अच्छा नहीं रहता है और अब वक्त बदल रहा था. । 

फ्रैंक प्रो से आम वॉर की वजह से रेलवे का काम बंद हो गया ना सिर्फ बंद हो गया बल्कि उन्हें घर को छोड़कर वापस शहर जाना पड़ा. लुई एक बार फिर से बेघर हो गए लेकिन इस बार वो अकेले नहीं थे में इस बार उनके साथ उनका परिवार बाकी के रिफ्यूजी के साथ वो एक बेहद तंग जगह बनाने वाले जहां पर उन्हें खाना भी सही से नहीं होगा. जब लड़ाई खत्म हुई तो पूरे परिवार के साथ वापस अपने घर का उनका सारा सामान चोरी हो चुका था 

वर्कशॉप बर्बाद हो गई. यूएई ने अपनी सेविंग से अपनी वर्ष को सही की दुकान गए मैच जगह होनी शुरू करते हैं वॉर की वजह से प्रॉपर्टी के रेट काफी नीचे आ गया जिससे हुई को शहर के अंदर दुकान काफी सस्ते रेट में दुकान खोलने के छह महीने के अंदर ही लोहे का सारा काम वापस पटरी पर आ गया लगे उन्होंने काम से वापस पटरी पर लाना था बल्कि. का तेजी से चलाना भी था इसलिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने का सोचा और अपने बैग्स पर पैटर्न प्रिंट करना शुरू कर दिया जिससे वह अपने काम पर से दो कदम आगे निकल गए. इनके इस नए डिजाइन ने मार्केट में धूम मचा दी. अपने देश बल्कि विदेशों से भी आर्डर मिलने लगे है । 

इसे देखते हुए लोई ने अपना एक शॉप लंदन सभी खोल दिया साथ शुरुआत हुई लो वह चौहान के वर्ल्ड वाइड विस्तार किया और उस वक्त वह अकेले ऐसे डिजाइनर थे जिनके प्रोडक्ट अपने देश से लेकर स्वदेशी अमीरों के घरों में पाए जाते थे इसलिए लोई का सामान खरीदना आसान बनाने के लिए अपने. कंपनी का क्या जवाब जारी करने का सोचा वहीं उसी साल उनकी मौत हो गई. मौत की वक्त उनकी उम्र बहत्तर साल थे । 

और आज तक उनकी मौत की वजह किसी को नहीं पता पिता के रोजाना के बाद जॉर्ज ने कंपनी संभाली और होंने अपने पिता की याद में एलवी क्या वह मोनोग्राम जारी किया जिसमें बाद सभी देखते हैं. तो मर गए. उनकी बनाई कंपनियां लक्जरी फैशन की फेहरिस्त में पहले नंबर पर आती है जिसकी मार्केट वैल्यू बाईस लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है