महाशिवरात्रि भारत के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है।
हर साल इस त्योहार को देश भर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह श्रद्धा का पर्व होता है जिसे हिंदू धर्म के अनुयायी मनाते हैं।
इस वर्ष, महाशिवरात्रि 2023 की तारीख 18 फरवरी है । इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है और लोग उनकी आराधना करते हैं।
महाशिवरात्रि 2023 शुभ मुहूर्त: महाशिवरात्रि के दिन, प्रातःकाल से ही भक्त शिव मंदिर जाकर पूजा करने लगते हैं।
इस वर्ष, महाशिवरात्रि के शुभ मुहूर्त 18 फरवरी, को शुरू होगा और 19 फरवरी, को समाप्त होगा। पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त है ।
- प्रदोष काल में पूजा करने से सबसे अधिक फल मिलता है।
- इस साल, प्रदोष काल का समय 5:41 pm से 8:26 pm है।
- निशिथ काल में पूजा करने से भी बहुत फल मिलता है।
- इस साल, निशिथ काल का समय 12:08 am से 12:53 am है।
महाशिवरात्रि व्रत नियम:
व्रत के नियमों में से कुछ निम्नलिखित हैं:
- दिन भर उपवास रखना होता है।
- दिन के विभिन्न समय पर शिवलिंग की पूजा करना होता है।
- शिवरात्रि की रात्रि के दौरान चार या आठ बार शिव मंत्र का जाप करना होता है।
- दूसरे दिन सूर्योदय के बाद उपवास तोड़ना होता है।
- व्रत के दौरान दुष्ट विचारों से बचना चाहिए।
शिवरात्रि पूजा विधि और शिव मंत्र लिस्ट
शिवरात्रि हिंदू धर्म में बहुत ही प्रतिष्ठित त्योहार है। इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है।
शिवरात्रि को ध्यान में रखते हुए इस दिन पूजा करने से भगवान शिव की कृपा हम पर बनी रहती है और उनका आशीर्वाद हमें मिलता है।
इस लेख में हम आपको शिवरात्रि पूजा करने की विधि और शिव मंत्रों की एक सूची बताएंगे।
शिवरात्रि पूजा की विधि:
- शिवलिंग को साफ़ करें और गंगाजल से अभिषेक करें।
- शिवलिंग पर बिल्वपत्र रखें।
- शिवलिंग को श्रृंगार करें। इसके लिए अपनी पसंद के तरीके से शिवलिंग को सजाएं।
- शिवलिंग को धूप, दीप, फूल और नैवेद्य से अर्पित करें।
- शिवलिंग को शंख या घंटी बजाकर आरती करें।
- शिव मंत्र जप करें।
- शिवरात्रि की रात्रि में ज्योति जलाएँ और शिवजी की कथाएं सुनें।
शिव मंत्र एक शक्तिशाली और प्रभावी उपाय है, जो आपके जीवन में स्थिरता, शांति और समृद्धि लाता है।
इन मंत्रों को जपने से आपके मन, शरीर और आत्मा की समस्याएं दूर होती हैं और आपके जीवन में सफलता आती है।
यहां कुछ शिव मंत्र हैं, जो आपको समस्याओं से निजात दिलाते हैं:
"ॐ नमः शिवाय" - यह मंत्र शिव का सर्वोच्च मंत्र है और शिव भक्तों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसे जपने से मन की शांति मिलती है और बुरी नजर से बचाता है।
"ॐ नमो भगवते रुद्राय" - यह मंत्र भगवान शिव को समर्पित है और शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए जपना चाहिए।
"ॐ हं हं हं शिवाय" - इस मंत्र को जपने से शिव के अधिपति होने का अनुभव होता है और आपके जीवन में खुशहाली आती है।
"शिव शम्भो" - इस मंत्र को जपने से मन में शांति आती है और दुखों से निजात मिलती है।
"ॐ नमो हिरण्यबाहवे हिरण्यवर्णाय हिरण्यरूपाय हिरण्यपतये अंबिका पतए उमापतए पशूपतए नमो नमः ।
"ऊँ नम: शिवाय ध्यानम्" - इस मंत्र को ध्यान के समय जपने से मन का शांत होता है और ध्यान में सफलता मिलती है।
"शिवोऽहं" - इस मंत्र को जपने से आप शिव के साथ एकता महसूस करते हैं और उनसे सम्बंधित सभी समस्याओं से निजात मिलती है।
"ॐ नम: शिवाय शान्ताय" - इस मंत्र को जपने से शिव की कृपा से जीवन में शांति आती है और आपकी समस्याओं का समाधान होता है।
"हर हर महादेव" - यह मंत्र भगवान शिव के भक्तों को समर्पित है और जब आप इसे जपते हैं, तो आप शिव की कृपा प्राप्त करते हैं और उनके आशीर्वाद से सभी समस्याओं से निजात पाते हैं।
"ॐ नम: शिवाय गुरवे" - इस मंत्र को गुरु को समर्पित किया जाता है और जपने से आपके मन में उनका आशीर्वाद और उनके संदेश प्राप्त होते हैं।
इन मंत्रों को नियमित रूप से जपने से आप शिव की कृपा प्राप्त करते हैं और जीवन में सफलता आती है।
ध्यान और तपस्या के साथ इन मंत्रों का जप करने से आप शिव के साथ एकता महसूस करते हैं ।
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