ध्यान देने वाली बात तो ये है कि लोगो की बातो से जिंदगी को कोई फर्क नही पड़ता और ऐसा होना भी चाहिए बस ध्यान ये देना है की लिया गया स्टेप किसी को नुक्सान, पीड़ा न पहुंचाए !
सच बात तो ये है की जिदंगी से आप कुछ नही चाहते बल्कि जिंदगी काफी लंबे समय से आप से कुछ चाहती है जिसे आप अनदेखा कर रहे हो ?
जिंदगी बोलती है की अभी और कितना भागना होगा खुश रहने के लिए मैं तो पहले भी खुश थी और आज भी उतनी ही खुश हु,
फिर कुछ जिंदगी के मन में आया बोली की एक बार चारो तरफ देखो मैं तो हर जीवित चीज में हू पर जिन चीजों ने मगर स्वरूप दिया है वो कोई खुश हैं और कोई दुखी पर मैं तो हर परिस्थिति में खुश हू, क्यों की मैं तो सारे संसार के हर प्राणी में हू मुझे कही नही जाने की जल्दी है आज मगर इंसान का शरीर मिला है निवास के लिए तो मैं बस इसे ही खुशी से जीना चाहती हू,
अगर आप को ये ब्लॉग पसाद आया तो मुझे नेक्स्ट पार्ट के लिए कॉमेंट करना कोशिश करुंगा की आगे भी आप के साथ ऐसे जुड़ा रहा सकू
आप को एक मजे की बात बताता हु
मुझे एक दिन इस लिए रोना आया की मैने तो अभी तक कुछ बड़ा नही पाया और न ही इतने जड़ा पैसे मैं तो एक दम गरीब हु🥲
तभी मेरी नजर एक सड़क के किनारे बैठे आदमी पर गई और फिर मैं उसके पास गया उसने जाने या अनजाने में ऐसा कुछ बोला की मैं तुरंत अमीर हो गया
पर उसने ऐसा क्या बोला होगा
उसने बोला की साहब आप जैसी जिंदगी मेरे नसीब में कहा है कुछ पैसे देदो भूखा हु ।
तो मैंने सोचा की पूरी दुनिया में ऐसे कितने लोग होगे जो सुबह श्याम का खाना पेट भर खाते होगे जो की मैं तो खाता हु ।
और कितने लोग होगे जिनके पास मेरे जैसे पहनने के लिए कपड़े होगे ओर रहने के लिए घर
कही सच्चाई कुछ ओर तो नही जिस बात पर मैं उदास था वैसी जिंदगी बहुतों के लिए सपना है
तो मतलब मैं भी काफी लोगो की अपेक्षा काफी अमीर हु ।
उस दिन मुझे ये मालूम चला की गरीब तो मैं नही हु बस जितना है उतने में खुस नही तो कितने में खुस हो जाएगा।
जो दुनिया का सबसे अमीर पैसे वाला होगा क्या वो मेरे जितना आजादी से सड़क पर घूम सकता है मिला नही हु इस लिए पता भी नही पर लगता तो यही है की जितना पैसा उतनी जिंदगी जीने में बढ़ाए बढ़ती है
चार कदम घूमना भी हो तो पर्सनल असिस्टेंट से प्रोजेक्ट बनवाना पड़े गा वरना कोई आए गा गोली मार के जाए गा ।
ये कैसी जिंदगी ,नही चाहिए ।🌹👍
धन्यवाद
विकाश कुमार वर्मा